सुना हैं इस खुशनुमा मौसम मे सबकुछ वापस आ जाता हैं


सुना हैं इस खुशनुमा मौसम मे सबकुछ वापस आ जाता हैं 

पेड़ो पर हरियाली,
मिट्टी कि सोंधी महक
चिड़िया कि चहचहाट, 
धरती किसी दुलहन सी सजने लगती हैं 
पहाड़ों से झरनों कि खुशनुमा आवाज,
वो केनटिन के पकोडो कि खुशबू ,
मेरे आंगन की गोरइया भी आ गई हैं 
सबकुछ तो बापस आने लगा हैं 
तुम भी आ जाओ 
घुमते हैं शहर स्कुटर पर 

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