भंसाली पे एक थप्पड़ ने सारे कांसेप्ट क्लियर कर दिए | Bhopali2much

कहने वाली बात हो जायेगी
लाखों जाने चली गयीं तब आतंक का कोई धर्म नहीं था
भंसाली पे एक थप्पड़ ने सारे कांसेप्ट क्लियर कर दिए..
हद्द चुतियापा है बे ।