मुहब्बत इतनी बरकरार रखो कि मज़हब बीच में न आये.. - Bhopali2much

मुहब्बत इतनी बरकरार रखो कि मज़हब बीच में न आये..
कभी तुम उसे मस्जिद तक छोड़ दो कभी वो तुम्हें मंदिर तक छोड़ आये.!!