युगपुरुष_चालीसा :
बहुत किया नुकसान तुम्हारी ऐसी-तैसी
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
बहुत किया नुकसान तुम्हारी ऐसी-तैसी
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
मफलर नीचे ऊपर टोपी,
घूमा बनकर गंवई गोपी,
गा 'विश्वासी' गान तुम्हारी ऐसी-तैसी'
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
बच्चों की सौगंध भी भूला,
कांग्रेस की गोद में झूला,
सुन लोरी का तान तुम्हारी ऐसी-तैसी
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
"हरिश्चन्द्र हूँ"; क्लेम करे है,
मोदी जी को ब्लेम करे है,
यही एक पहचान तुम्हारी ऐसी-तैसी,
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
बोला; "पूर्ण स्वराज चाहिए"
अभी चाहिए आज चाहिए
लिया फोर्ड से दान तुम्हारी ऐसी-तैसी
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
कहाँ गए सब वादे, प्यादे?
राजनीति के स्वच्छ इरादे?
हे केजरी महान तुम्हारी ऐसी-तैसी
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
आरोपों के ढेर लगाकर
मजा कर रहा सत्ता पाकर
जनता का मेहमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
कहता "केवल काम कर रहे"
फिलिम क्रिटिक जी नाम कर रहे
कर चलचित्र बखान तुम्हारी ऐसी-तैसी
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
"बंगला-गाड़ी नहीं चाहिए,
छोटा सा घर कहीं चाहिए,
भूल गया तूफान तुम्हारी ऐसी-तैसी
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
बोला; "शीला भ्रष्टाचारी",
प्रूफ दिखाया भारी-भारी,
पर रोका संधान तुम्हारी ऐसी-तैसी,
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
प्रेश्याओं को पद सरकारी,
बिक गए सारे क्रांतिकारी,
बंद आँख और कान तुम्हारी ऐसी-तैसी,
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
योगी ऊपर घात लगाकर,
भूषण को भी लात लगाकर,
दिखा दिया ईमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
बिजली गुल है पानी गुल है,
जो भी हो पर भाषण फुल है,
नक्सलियों का ज्ञान तुम्हारी ऐसी-तैसी
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
राष्ट्रपति या राज्यपाल हो,
सबके संग डेली बवाल हो,
भरता राज्य लगान तुम्हारी ऐसी-तैसी,
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
#आपटार्ड्स से पटी है दिल्ली
करे दूध रखवाली बिल्ली
देख सभी हलकान तुम्हारी ऐसी-तैसी
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी
गया बरस चार एक है बाकी,
सत्ता-मद में झूमें साकी,
नोंच-नोंच संविधान तुम्हारी ऐसी-तैसी
दिल्ली का अपमान तुम्हारी ऐसी-तैसी 👌
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