कोई किसी से भी प्रेम करे, विवाह करे, उसका स्वतंत्र निर्णय है, उसे आज़ादी है!
किन्तु इसे अर्जित करने के लिए अपने जनक को लोक के सामने अपमानित करने की कवायद गलत है!
जीवनसाथी चुनिए किन्तु पिता को इस तरह सर-ए-आम बेइज़्ज़त करने का हक़ आपको नहीं है, और इससे आपको कुछ हासिल भी नही होगा...
आपको तो पता भी नही है कि आपको इतनी हाइप सिर्फ और सिर्फ इसलिए मिल रही है, क्योंकि आप एक बीजेपी विधायक की बेटी हैं ...
वरना तो इस देश मे ऐसी घटनाएं लगभग आम है ...
वैसे भी आपके बात करने का लहज़ा बचकाना है, कुछ साल बाद थोड़ा मैच्योर हो जाओ तब इस पर कांड के बारे में सोचना ....
किन्तु इसे अर्जित करने के लिए अपने जनक को लोक के सामने अपमानित करने की कवायद गलत है!
जीवनसाथी चुनिए किन्तु पिता को इस तरह सर-ए-आम बेइज़्ज़त करने का हक़ आपको नहीं है, और इससे आपको कुछ हासिल भी नही होगा...
आपको तो पता भी नही है कि आपको इतनी हाइप सिर्फ और सिर्फ इसलिए मिल रही है, क्योंकि आप एक बीजेपी विधायक की बेटी हैं ...
वरना तो इस देश मे ऐसी घटनाएं लगभग आम है ...
वैसे भी आपके बात करने का लहज़ा बचकाना है, कुछ साल बाद थोड़ा मैच्योर हो जाओ तब इस पर कांड के बारे में सोचना ....
0 Comments