गलत बात के लिए एक थप्पड़ पड़ा तो पूरा बोलीवुड निंदा करने पर उतार आया है... पर जब सही बात के लिए फतवे जारी होते हैं तब ये सब कहा जाते है निंदा करने । यहाँ जातिवाद धर्मवाद तो था ही आजकल प्रोफेशनवाद भी चरम पर है.. मने उनको पता है साथ देंगे तो अगले फ़िल्म में शायद कोई रोले मिल जाये ... #पद्मावती
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