मोदी सरकार ने 4 सालों किया ही क्या है ...

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2013-14 की बात है, सोशल मीडिया पर अन्ना हज़ारे के अनशन की खबरें तैर रही थी... मैंने अम्मी से कहा मुझे भी अन्ना जी के अनशन में शामिल होना है... अम्मी बोली ठीक है , पैकिंग कर लो कल सुबह निकलते है... मैंने खुशी से चहकते हुए रोजमर्रा की जरूरी चीज़ों की पैकिंग कर ली और सो गई... अगली सुबह उठी तो अम्मी ने एक स्पेस सूट दिया और बोली इसको पहन लो... मैंने हैरत से पूछा स्पेस सूट क्यो..? 

तो अम्मी बोली अन्ना जी का आंदोलन पृथ्वी ग्रह पर चल रहा है और हम लोग तुम्हारे पैदा होने से पहले ही मंगल ग्रह पर शिफ्ट हो गए थे... मैंने पृथ्वी छोड़ने की वजह पूछी तो उन्होंने बताया कि पृथ्वी पर हमारे मूल देश भारत मे आज़ादी मिलने के बाद की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने गरीबों के लिए इतने आवास बनाए थे कि पृथ्वी पर जगह ही नही बची, तो इंदिरा गांधी अल्पसंख्यक आवास योजना के तहत हमें मंगल ग्रह पर बंगला आवंटित हुआ था... 

अब मैं अपने ग्रह को देखने को और भी ज्यादा उत्सुक थी... बाहर निकल कर हम लोग राजीव गांधी भू लोक भ्रमण स्पेस क्राफ्ट में बैठे और पृथ्वी की ओर चल पड़े... रास्ते मे चाँद नामक उपग्रह पर हम पेट्रोल लेने के लिए उतरे...  चाँद पर सारे पेट्रोल पंप गरीब रिक्शे वालों के नाम से आवंटित थे... जैसे ही हमारा स्पेस क्राफ्ट एक पेट्रोल पंप पर उतरा मुकेश अम्बानी नाम का एक लड़का दौड़ते हुए आया और क्राफ्ट के शीशे पर कपड़ा मारते हुए बोला मैम यहाँ कांग्रेस की सरकार है इसलिए पेट्रोल इतना सस्ता है कि मात्र 15 रुपए में टँकी फुल हो जाती है... कितने का डालूं..?

अम्मी ने उसे 15 रुपए देकर टँकी फुल करने को बोल दिया... मैं उस गरीब लड़के के बारे में सोचते हुए खिड़की से बाहर झांकने लगी, मैंने देखा कि रोबोट खेतो में काम कर रहे है और किसान लैपटॉप पर हॉलीवुड मूवी देख रहे थे... इतनी तरक्की देख के मेरी तो आंखे फ़टी रह गई.... 

अगले एक घण्टे में हम पृथ्वी पर लैंड कर गए... हम क्राफ्ट से उतर के सीधा रामलीला मैदान चल पड़े... सड़के हमारे मंगल ग्रह से भी ज्यादा चमचमा रही थी...सड़क के एक तरफ दूध की नदियां बह रही थी दूसरी तरफ मक्खन के बड़े बड़े पहाड़ थे... अनाज तेल ढेर के रूप में जमा थे, लोग आते उठाते और चले जाते...मुझे भूख लगी थी तो मैंने एक दुकान से अंकल चिप्स का पैकेट लिया तभी पीछे से किसी ने हाथ पकड़ के खींचा, मुड़ के देखा तो डस्टबिन था... कहने लगा ज़ोया जब तक आप अंकल चिप्स खत्म नही कर लेती मैं आपके साथ ही रहूंगा, कृपया रैपर मुझमे डालें... 

थोड़ी दूर चलने पर मैंने देखा कि भारतीय सेना करीब 200 युवाओं को जबरदस्ती लाठियां मार मार के कहीं ले जा रही थी... मैंने एक सिपाही से पूछा तो उसने बताया 5 करोड़ सरकारी नौकरी की भर्तियाँ चल रही है, इनको नौकरी ज्वॉइन कराने ले जा रहे है... कांग्रेस सरकार में नौकरियां इतनी ज्यादा है कि हमे विदेशो से पैसे देकर लड़के आयात करने पड़ रहे है...

थोड़ी देर में हम रामलीला ग्राउंड पहुँच गए थे , गेट के पास ही कुछ चाउमीन मोमोज़ वाले प्रदर्शन कर रहे थे... पास गए तो पता चला वो चीन देश का राजा जिनपिंग था जिसके देश पर इंदिरा जी ने कब्जा जमा लिया था, वो आज़ादी के लिए संघर्ष कर रहे थे और इंडिया गो बैक के नारे लगा रहे थे.. सब कुछ सपने जैसा लग रहा था... अन्ना जी से आशीर्वाद लेकर शाम तक हम लोग वापस अपने ग्रह मंगल  आ गए...

आज 4 साल बाद जब मंगल ग्रह से अपनी मातृभूमि की हालत देखती हूँ तो रोना आ जाता है... ई मोदिया 4 साल में सब बर्बाद कर दिहिस... जरकौ शरम होए ई मोदिया के भीतर तो तुरत अस्तिफा दै के कांग्रेस अध्यक्ष श्री राहुल बाबा को पीएम बनाए...

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