BCCI ने 20 जून 2019 को भारत और इंग्लैंंड के बीच होने वाले क्रिकेट मैच के लिए भारतीय टीम की जर्सी का रंग आरेंज करने का निर्णय लिया है।
इसके साथ ही भारत में चुनावों के बाद से सुस्त पड़ेे विपक्ष को मोदी सरकार को कोसने का बेमतलब का मौका मिल गया है। वैसे तो राजनेताओं को BCCI के जर्सी का रंग बदलने के फैसले से कोई आपत्ती नहीं होना चाहिए अगर जर्सी का रंग कुछ और किया जाता तो शायद किसी को कोई आपत्ति नहीं होती लेकिन जब रंग भगवा (Orange) तय किया गया है तो ही विपक्ष को आपत्ति क्यों होती है? इसके बारे में ध्यान दिया जाना चाहिए
क्रिकेट में ऑरेंज जर्सी का विरोध की राजनीति करके विपक्ष, बुद्धिजीवी और कुछ समाज के ठेकेदार अपनी मानसिक दिवालियापन का ढिंढोरा पीटने से ज्यादा कुछ नही कर रहे ...
भगवा रंग और हिंदुओं के प्रतीको से इतनी नफरत आखिर क्यों है विपक्ष को?
अब जब क्रिकेट में भगवा रंग की जर्सी की बात हुई तो उसका विरोध करके राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम क्यों ?
चुनाव के बाद से सुस्त पड़ा विपक्ष के पास कोई मुद्दा नही होने के कारण अब क्रिकेट पर राजनीति करने का मन बनाया है ..
BCCI ने एक मैच के लिए भगवा जर्सी का प्लान बनाया है.. अभी तो खिलाड़ियों और स्टाफ को कोई खबर नही है लेकिन ये टुच्चे राजनीति करने वालो को पक्की खबर मिल गयी है ...
क्रिकेट के भगवाकरण तक का आरोप मोदी सरकार पर थोपा जा रहा है, अरे इसे गलत ही क्या है अगर भारतीय टीम के जेर्सी का रंग भगवा हो जाये ... पहले भी भारतीय हाकी टीम भगवा जर्सी का उपयोग कर चुकी है। भारत की महिला आइस हाकी टीम भी भगवा रंग की जर्सी पहनती है।
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