मोदी जी को जितनी बार सुनता हूँ | भोपाली टू मच

मोदी जी को जितनी बार सुनता हूँ उनके लिए मेरे मन में इज़्ज़त और बढ़ जाती है और जितने बार केजरीवाल को सुनता हूँ नफरत में बढ़ोतरी होती है... एक तरफ एक चाय वाला बड़े बड़े अर्थशास्त्रियों को पाठ पढ़ा रहा है वहीँ दूसरी तरफ एक IITian/IRS अप्पा डप्पा झप्पा कर रहा है 😂

Post a Comment

0 Comments