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ये कश्मकश है जिदंगी की, कि कैसे बसर करें, ख्वाहिशें दफन करें, या चादर बड़ी करें।
ये कश्मकश है जिदंगी की, कि कैसे बसर करें, ख्वाहिशें दफन करें, या चादर बड़ी करें।
Anonymous
January 22, 2018
ये कश्मकश है जिदंगी की,
कि कैसे बसर करें,
ख्वाहिशें दफन करें,
या चादर बड़ी करें।
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