ये सारा बोझ मेरे सर पे क्यूँ है,
उसे भी गम उठाना चाहिए था
इतनी ख़ामोशी से ताल्लुक तोड़ दिया
उसे पहले बताना चाहिए था
उसी की याद की खुशबू है दिल में
मुझे जिसको भुलाना चाहिए था
ज़रा से गलती पे रूठ बैठे हैं
क्या उसे बस बहना चाहिए था
मुझे पाकर उसे क्या चैन मिलता
जिसे सारा ज़माना चाहिए था
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