बात करनी है, बात कौन करे - डॉ. कुमार विश्वास


बात करनी है, बात कौन करे
दर्द से दो-दो हाथ कौन करे

हम सितारे तुम्हें बुलाते हैं 
चाँद ना हो तो रात कौन करे

हम तुझे रब कहें या बुत समझें 
इश्क में जात-पात कौन करे


जिंदगी भर कि कमाई तुम थे 
इस से ज्यादा ज़कात कौन करे

डॉ. कुमार विश्वास 

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