महफ़िल महफ़िल मुस्काना
तो पड़ता है
खुद ही खुद को समझाना तो
पड़ता है
उनकी आँखों से होकर दिल
तक जाना
रस्ते में ये मैखाना तो
पडता हैं
तुमको पाने की चाहत में
ख़तम हुए
इश्क में इतना जुरमाना तो
पड़ता हैं
Tum Ko Paane Ki Chahat Me Khatm Hue
Ishq Me Itna Jurmana to Padta Hai.
~ डॉ कुमार विश्वास ~
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