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सारा जग है प्रेरणा , प्रभाव सिर्फ राम है - अमन अक्षर
मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर, लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया - मजरूह सुल्तानपुरी
Har Ek Chehare Ko Zakhmon Kaa Aainaa Na Kaho
Ye Zindagi To Hai Rahamat Ise Sazaa Na Kaho - Rahat Indori
ज़िंदगी मौत के पहलू में भली लगती है, घास इस क़ब्र पे कुछ और हरी लगती है - सलीम अहमद
अँधेरे वक़्त में भी गीत गए जायेंगे - डॉ. कुमार विश्वास
रूह जिस्म का ठौर ठिकाना चलता रहता है | डॉ. कुमार विश्वास
उसने सौपा नहीं मुझको मेरे हिस्से का वजूद
ज़िन्दगी तुझसे हर कदम पर समझौता क्यों किया जाये!
शाम सूरज को ढलना सिखाती है | भोपाली
Yaaron Naga Yaar Ko,Yaaron Sey Gila Hai | Jaun Eliya
Best four liners of dr. Kumar vishwas | collection | part 4
Best four liners of dr. Kumar vishwas | collection | part 2
बहुत टूटा बहुत बिखरा थपेड़े सेह नहीं पाया | कुमार विश्वास
मांग की सिंदूर रेखा | Maang Ki sindoor Rekha | Dr. Kumar Vishwas
ek aag kaa dariyaa hai aur Duub ke jaanaa hai | इक आग का दरिया है और डूब के जाना है
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती | kosish karne walon ki kabhi haar nahi hoti